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Showing posts from March, 2016

मैं अपना आत्मसम्मान नही खोना चाहता.

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नारी को जिन्दा जलाने वाले और फिर रंगों से खुशियाँ जताने वाले ऐसे अमानवीय त्यौहार "होली" को मनाकर मैं अपना आत्मसम्मान नही खोना चाहता क्यूंकी मेरे अंदर का इंसान अभी जिन्दा है। Respect woman because my mom is also A woman whom created me. अहमदाबाद मे ‪#‎होलिका‬ नही बल्कि ‪#‎मनु‬ नामक ब्राह्मण का पुतला और उसकी ‪#‎मनुस्मृति‬ ‪#‎जलाइ‬ गईं । 1 नये युग की शुरुआत हो चुकी है, जय भीम...... जय हो आम्बेडकरवादी क्रांति

अगर भीम भारत मे आये न होते

भीम गीत अगर भीम भारतमे आये न होते अछूतों का कोई सहारा न होता न धन बल न शिक्षा न इज्जत हमारी जरा सी भी होती थी हिन्दू धरम में नरक से निकलने न पाते अभी हम अगर माता भीमा का प्यारा न ...

गुलाम तीन प्रकार के होते हैं

1. पहला गुलाम वह होता है जो परम्परागत रूप से गुलाम के घर जन्म लेता है। 2. दूसरा गुलाम वह होता है जिसको गुलाम बना लिया जाता है। 3. तीसरा और सबसे खतरनाक गुलाम वह होता है जो बाबा साहेब ...

दलित समाज का कड़वा सच

दीवाली वजट Min ₹10,000 नवरात्री वजट ₹ 2000 होली वजट ₹ 5000 सत्यनारायण कथा वजट ₹ 3000 मंदिर में दान ₹ 1000 तीर्थ यात्रा वजट ₹ 2500 खुद कपडे फैशन में ₹ 10000 अंबेडकर जयंती पे 1) टाइम नहीं 2) पैसा नहीं 3) शर्म आती है 4)₹ 10 ...

राम से कही ज्यादा पावरफुल डॉ अम्बेडकर है।

यकीन मानिए सच कह रहा हु राम से कही ज्यादा पावरफुल डॉ अम्बेडकर है। राम ने अपनी पूरी ज़िन्दगी में सिर्फ एक महिला(सीता) को रावण से आज़ाद करवाया और आज़ाद करवाने के तुरंत बाद अग्...

चाल से सावधान रहने की आवश्यकता है

एक भेड़िया कुंआ में गिर गया। उसके कुंआ से निकलने के सभी प्रयास विफल हो गए। तभी बकरियों का एक झुण्ड वहां आया। बकरियों को देख भेडिए को चाल सूझी बोला," बकरी बहन! बकरी बहन यहाँ कुंए ...

बाबा न होते तो फिर क्या होता

" गले तुम्हारे टाई न होती , उसकी जगह तो हांडि होती । कमर तुम्हरे बैल्ट न होती , वहा तो झाडू लटकी होती । नहीं होते ये कोठी , बंगले ,वहां पुराना छप्पर होता । नही होती ये मोटर कारे , फटा' ...

"भीम" से

मोहब्बत भी "भीम" से,      ईनायत भी "भीम" से, काम भी "भीम" से,      नाम भी "भीम" से, ख्याल भी "भीम" से,      अरमान भी "भीम" से, ख्वाब भी "भीम" से,      माहोल भी "भीम" से, यादें भी "भीम" से,      मुलाकात भी "...

अगर समझ में आया हो तो अभी तोड़ दीजिये उस कलावे को !!

१.कितने लोग हाथ में कलावा बांधते हैं? २.कितने लोग यह जानते हैं की कलावा बांधते समय ब्राहमण क्या श्लोक उच्चारित करता है ?? ३.कितने लोग उस श्लोक का अर्थ जानते हैं ? ४.कितने लोग उस क...

नेता आज़ाद भारत को कबका आर्थिक ग़ुलाम बना चुके है।

जिन्हें नाज हे हिंद पर वोह कहा है ????? माल्या जो देश को चुना लगाके भाग चुका है वोह देशद्रोही क्यों नही ??????? २०० करोड़ की सरकारी मिलकत को नुक़सान पहोचाने के आरोप पर अगर हार्दिक पटेल राज्यद्रोही कहा जाता है तो फिर यह माल्या सरकार के लिये क्या है ?? अगर देश के ख़िलाफ़ नारा लगाना देशद्रोह है तो फिर बेंको को लुटने वाला क्या है ?? क्यो कोई भक्त माल्या को ज़िंदा या मुर्दा पकड़के लानेकेलीये ईनाम धोसीत नही करता ???? कयो कोई नेता या पार्टी माल्या के ख़िलाफ़ मुँह नही खोलता ??? मेरे देशभक्त दोस्तों, ईस देश के नेता आज़ाद भारत को कबका आर्थिक ग़ुलाम बना चुके है। देश को हर रोज़ हज़ारों माल्या लुट रहे है । ओर यह लोग देश की राजनैतिक पार्टी ओ को करोड़ों का चंदा देके सत्ता मे लाते है। माल्या जेसै लोग सरकारों को अपना ग़ुलाम रखते है। इनका कोई बाल भी बाँका नही कर पाता। यह देश #CronyCapitalism का शिकार हो चुका है। देश की आम जनता जो हर रोज़ पाई पाई के लिये मोहताज है । किसान सर से पाँव तक क़र्ज़ मे डुबे है । उनके लिये आत्महत्या के ईलावा कोई रास्ता नही बचता । तब देश की जनता के पसिने की कमाई के 114000 करोड़ उ...

सबसे ऊँचा, सबसे न्यारा जग में भीमराव का नाम,,

किसी ने पूछा बाबा साहब को कौन-2 मानता है एक कवि का जवाब- उगते सूर्य की किरण भीम सलाम करती है, झर-2 बहते झरने की लहरे भी कुछ कहती है,, कल-कल बहती नदियां पवन ज्यों-2 करे शोर, भीमराव के होन...

बाबा साहब के संदेश

""राजनीति में हिस्सा नहीं लेने से अयोग्य व्यक्ति शासक बन कर आप पर शासन करेंगा""    ~बाबा साहब ""अपने वोट की कीमत समझो, हमें बिकने वाला समाज नहीं बनाना है""    ~बाबा साहब ""मैनें रानी क...

महिलाऐं उन्हें भुलाकर वापस धर्म के पीछे दौड़ पड़ी हैं

धर्म ने महिलाओं को कोई अधिकार नहीं दिये थे! जब सावित्री बाई फूले ने महिला शिक्षा के लिये देश का पहला स्कूल खोला तो हिंदू पाखंडियों ने उनका विरोध किया,पत्थर मारे, गोबर फैंका... ...

पत्थर से इतना लगाव क्यों और जीवित से इतनी नफरत क्यों???

मानव का सफर पत्थर से शुरु हुआ था। पत्थरों को ही महत्व देता है और आज पत्थर ही बन कर रह गया - ------------------------ 1. चूहा अगर पत्थर का तो उसको पूजता है।(गणेश की सवारी मानकर) लेकिन जीवित चूहा दिख जाये ...

मैं भारतीय हूँ और मेरे देश का नाम भारत है...

मेरी कलम से ना ही मैं हिन्दुस्तानी हूँ और ना ही मेरे देश का नाम हिन्दुस्तान है.... मैं भारतीय हूँ और मेरे देश का नाम भारत है.... मेरी जाति व धर्म सिर्फ मानवता या इन्सानियत है.... मैं बा...

"बाबा" तेरे उपकारोँ को, मैँ कभी भुला ना पाऊँगा

पशु को गोद खिलाने वाले, मुझको छूने से बचते थे। मेरी छाया पड जाने पर, 'गोमूत्र का छीँटा' लेते थे।। पथ पर पदचिन्ह न शेष रहेँ झाडू बाँध निकलना होता। धरती पर थूक न गिर जाये, हाथ सकोरा...

अपनी कीमत पहचानिये

मेरी कलम से "एक कागज का टुकड़ा             गवर्नर के हस्ताक्षर सेज                नोट बन जाता है,        जिसे तोड़ने, मरोडने,            गंदा होने एवँ जर्जर होने से भी           ...

तोते की आजादी! ☘

लोगो के जुलूसो द्वारा लगाये  गये नारो को पिंजरे मे बन्द तोता अक्सर सुनता रहता था  लगातार सुन सुन कर वह तोता भी इन्कलाबी नारे लगाने  लगा  वह अक्सर ही इन नारों का उच्चारण करत...

जीवित आदमी की आत्मा को वश में क्यों नही कर लेते ?

कहते हैं कि तांत्रिक, भगत, मुल्ला मौलवी आदि आत्माओं को वश में कर लेते हैं । आत्मा को वश में करने के बाद फिर वो उनसे अपनी इच्छानुसार कुछ भी कार्य करवा सकते हैं । किसी आदमी को आत्मा से मरवा सकते हैं । उसको बीमार करवा सकते हैं आदि आदि । इधर वो ये भी कहते हैं कि प्रत्येक जीव के अन्दर आत्मा होती है । ऐसे सवाल ये उठता है कि वो मृत आदमी की आत्मा को ही वश में क्यों करते हैं जीवित आदमी की आत्मा को वश में क्यों नही कर लेते ? अगर वो जीवित आदमी की आत्मा को ही कब्जे में कर लेंगे तो मृत व्यक्ति की आत्मा के अपेक्षा ज्यादा काम ले सकते हैं । अब मान लो कोई हत्या कर दी और मामला अदालत में पहुँच गया तो कर लिया जज की आत्मा को वश में और सुनवा दिया फैसला अपने पक्ष में । मान लो बीमार हो गए तो कर लिया डॉक्टर की आत्मा को वश में और अस्पताल सहित दवाई गोली का भी खर्चा ख़त्म । तो भैया क्यों नही जीवित व्यक्तियों की आत्मा को वश में करके अपना कारनामा दिखाते ? और इंसानों की ही आत्मा क्यों वश में करते हो ? कुत्ते, बिल्ली, बन्दर, घोड़े, हाथी और शेर की आत्मा को भी कभी वश में करके दिखाओ ।

हम आज भी ब्राह्मणों  के गुलाम हैं.

हिंदू  का सच भारत  देश  को गुलाम  बनाने  वाले  तीन  बडे  आक्रमणकारी पहला  ब्राह्मण  इ. स. पुर्व. 3000 दुसरा  मोगल  इ. स. 1200 तिसरा अंग्रेज  इ. स. 1722 भारत  देश  मे विदेशी  आक्रमणकारी  ब्रा...

जिसका भला किसी देवी देवता ने किया हो??

अनुसूचित जाति / जनजाति के वो सभी लोग जो देवी देवताओं को पूजते हैं, ध्यान दें और जवाब दें । 1. एक भी ऐसे अछूत व्यक्ति का नाम बताएं जिसका भला किसी देवी देवता अथवा भगवान ने किया हो ? स...