नेता आज़ाद भारत को कबका आर्थिक ग़ुलाम बना चुके है।
जिन्हें नाज हे हिंद पर वोह कहा है ?????
माल्या जो देश को चुना लगाके भाग चुका है वोह देशद्रोही क्यों नही ???????
२०० करोड़ की सरकारी मिलकत को नुक़सान पहोचाने के आरोप पर अगर हार्दिक पटेल राज्यद्रोही कहा जाता है तो फिर यह माल्या सरकार के लिये क्या है ??
अगर देश के ख़िलाफ़ नारा लगाना देशद्रोह है तो फिर बेंको को लुटने वाला क्या है ?? क्यो कोई भक्त माल्या को ज़िंदा या मुर्दा पकड़के लानेकेलीये ईनाम धोसीत नही करता ???? कयो कोई नेता या पार्टी माल्या के ख़िलाफ़ मुँह नही खोलता ???
मेरे देशभक्त दोस्तों, ईस देश के नेता आज़ाद भारत को कबका आर्थिक ग़ुलाम बना चुके है। देश को हर रोज़ हज़ारों माल्या लुट रहे है । ओर यह लोग देश की राजनैतिक पार्टी ओ को करोड़ों का चंदा देके सत्ता मे लाते है। माल्या जेसै लोग सरकारों को अपना ग़ुलाम रखते है। इनका कोई बाल भी बाँका नही कर पाता। यह देश #CronyCapitalism का शिकार हो चुका है।
देश की आम जनता जो हर रोज़ पाई पाई के लिये मोहताज है । किसान सर से पाँव तक क़र्ज़ मे डुबे है । उनके लिये आत्महत्या के ईलावा कोई रास्ता नही बचता । तब देश की जनता के पसिने की कमाई के 114000 करोड़ उधयोगो को माफ़ करदेना लाखों किसानों की मोत का मज़ाक़ है।
मगर हमारी सोच मर चुकी हे । हम देश की पार्टीओ के ग़ुलाम बन चुके है। हम सबकुछ जानते हुवे भी आँखें बंध रखना चाहते है।
हमे इस बुज़दिली की किंमत चुकानी होगी.... जरुर चुकानी होगी .....
सौ - sorathiya manoj
सौ - sorathiya manoj
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