हम आज भी ब्राह्मणों  के गुलाम हैं.

हिंदू  का सच

भारत  देश  को गुलाम  बनाने  वाले  तीन  बडे  आक्रमणकारी
पहला  ब्राह्मण  इ. स. पुर्व. 3000
दुसरा  मोगल  इ. स. 1200
तिसरा अंग्रेज  इ. स. 1722

भारत  देश  मे विदेशी  आक्रमणकारी  ब्राह्मण  आने  से  पहले, ना जाति  व्यवस्था  थी, ना वर्ण  व्यवस्था.
ब्राह्मणोंने  हम मूलनिवासीयों  को पराजित  कर गुलाम  बनाया. वर्ण  व्यवस्था  का निर्माण  कर,  कर  हमे
शुद्र  घोषित  किया. शुद्र  को=गुलामों को सभी  अधिकारो से  वंचित  किया. ब्राह्मण यही नहीं रुके  तो
मूलनिवासीयों को दिर्घ काल तक गुलाम बनाए रखने के लिए वर्ण  व्यवस्था  के अंतर्गत जाति  व्यवस्था
का निर्माण  किया. मूलनिवासीयों  के जो व्यवसाय  थे, उन व्यवसाय (, Business) को ही जाति  मे
बदलकर, जाति व्यवस्था  का निर्माण  किया.

बिजो से तेल निकालता था वो तेली, सोने के गहने बनाता था वो सोनार,
लोहे के  हथियार  बनाता था वो लोहार,................... इत्यादि

ब्राह्मणोंने  वर्ण  व्यवस्था, जाति  व्यवस्था के बाद, दिर्घ काल तक मूलनिवासीयों को गुलाम बनाए
रखने के लिए जो सबसे बडा हथियार  अपनाया , वो था

मूलनिवासीयों को शिक्षा से  वंचित  करना

इसलिए महात्मा जोतिराव फुले को कहना पडा
विद्या बिना मती गई, मती बिना नीती गई,
नीती बिना गति गई, गति बिना वित्त गया,
वित्त बिना शुद्र दुर्बल हुए.
इतना  अनर्थ  अविद्या  के कारन हुआ.

दुसरा मोगलो का आक्रमण.

मोगलो ने इ. स. 1200 मे राज कायम किया. सभी को गुलाम बनाया. अरबी भाषा मे गुलामों को हिंदू  कहते है.
जब मोगलो  ने हिंदूओं पर=गुलामों पर जिजीया कर(tax) लादा ओर वसूलना चालू किया, तो ब्राह्मणोंने के प्रतिनिधि
मोगलो से मिले ओर कहा, हम जिजीया  कर नहीं देंगे, क्योकि कि हम हिंदू  नही है. हम ब्राह्मण भी आप ही की
तरह बाहर देश से  आएं हुए  आक्रमणकारी है.

हम मूलनिवासी(sc,st,obc &  minority ) मोगलो के सिर्फ राजनीतिक गुलाम थे, धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक,
सांस्कृतिक, शैक्षणिक  गुलाम तो हमे पहले से ही ब्राह्मणोंने बनाया हुआ था.

तिसरा आक्रमणकारी अंग्रेज

अंग्रेजों ने इ.स. 722 के बाद अपना राज कायम किया. अंग्रेजी मे पराजितो को
Slave=गुलाम =हिंदू =शुद्र  कहते है.
अंग्रेजों के भी हम मूलनिवासी सिर्फ राजनीतिक गुलाम थे. धार्मिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक
गुलाम तो हमे, ब्राह्मणों ने पहले से ही बनाया हुआ था.

ब्राह्मणों ने हम मूलनिवासीयों (आज के sc,st,obc,& minority ) को गुलाम बनाया.
मोगलों ने ब्राह्मणों को गुलाम बनाया
अंग्रेजों ने मोगलों को गुलाम बनाया

14 aug 1947 को मोगल पाकिस्तान चले गये,15 aug 1947 को अंग्रेज अपने देश चले गये.
मगर  ब्राह्मण अब तक नही गये.

15  aug 1947 का आजादी का आंदोलन  अंग्रेजों की राजनीतिक गुलामी से ब्राह्मणों
की आजादी का आंदोलन था. 
हम आज भी ब्राह्मणों  के गुलाम है

                जागो  ओर जगाओ

सौ- Bamcef, भारत  मुक्ति  मोर्चा.

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