मैं भारतीय हूँ और मेरे देश का नाम भारत है...
मेरी कलम से
ना ही मैं हिन्दुस्तानी हूँ और ना ही मेरे देश का नाम हिन्दुस्तान है....
मैं भारतीय हूँ और मेरे देश का नाम भारत है....
मेरी जाति व धर्म सिर्फ मानवता या इन्सानियत है....
मैं बाबा साहब को मानने वाला हूँ और पूरा जीवन उन्ही के मार्ग पर चलने की कोशिश करूँगा....
मैं सदैव अपने भारत देश से मनुवाद, ब्राह्मणवाद, पाखण्डवाद, अंधविश्वास को समाप्त करने तथा अम्बेडकरवाद के प्रचार- प्रसार हेतु प्रयत्नशील रहूँगा....
मैं आज अकेला हूँ और मेरा समाज विघटित है परन्तु मुझे पूर्ण विश्वास है कि एक दिन मेरा समाज संघटित होगा और हम सब अपनी सामाजिक स्वतंत्रता के लिये एक मंच पर होंगे....
मुझे पूर्ण विश्वास है कि धार्मिक कुण्ठाग्रस्त ,सामाजिक वंचित समूह अर्थात भारत की 85% जनसमूह एक दिन जाग्रति होगा और वह अपनी बेडियो को एक मंच पर आकर तोड़ देगा
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