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Showing posts from May, 2016

मोदी ने आते ही जादू की छड़ी घुमाई

मोदी ने आते ही जादू की छड़ी घुमाई और सिर्फ 24 महीनो में भारत को कहा से कहा पंहुचा दिया। सच में मोदी तो भगवान हे । क्या नही किया इन 24 महीनो में मोदी ने। मोदी के पहले 1947 से 13 मई 2014 तक कुछ भी ...

स्त्री तब तक 'चरित्रहीन' नहीं हो सकती. जब तक पुरुष चरित्रहीन न हो "

संन्यास लेने के बाद गौतम बुद्ध ने अनेक क्षेत्रों की यात्रा की. एक बार वह एक गांव में गए। वहां एक स्त्री उनके पास आई और बोली- आप तो कोई "राजकुमार" लगते हैं। क्या मैं जान सकती हूं क...

मुजे उस दिनका इंतेझार है जब जश्न सरकार नहीं, लेकीन जनता मनाये.

मराठवाडा पानीको रो रहा है... बुंदेलखंड खानेको रो रहा है... नशे से बर्बाद पंजाब रो रहा है... व्यापमसे खुनसे तना मध्यप्रदेश रो रहा है.. किशान रो रहा है... जन घनके खाली खाते रो रहै है... मजद...

मेरा देश बदल रहा है,

मेरा देश बदल रहा है, चाय बेचने वाला जहाज से ही नहीं उतर रहा है• मेरा देश बदल रहा है, काला धन मांगने वाले का व्यवसाय चल रहा है• मेरा देश बदल रहा है, तड़ीपार के नक्शे कदम पर चल रहा ह...

दो साल जनता बेहाल

केंद्र मे भाजपा नीत मोदी सरकार के आज दो वर्ष पूर्ण हो चुके हे...आपके सामने पेश हे इन दो वर्षो में देश व जनता के हित में सरकार में बेठे लोगो की मानसिकता के हिसाब लायी गयी महत्वकांक्षी योजनाये जो इस प्रकार हे... 1. लव जिहाद 2. घर वापसी 3. झाड़ू अभियान 4. दादरी कांड 5. रोहित वेमुला 6. नेशनल हेराल्ड 7. जे एन यू में कन्हैया 8. हिन्दूओ को 10 बच्चे पैदा करने की योजना 9. अगस्ता वेस्टलेंड 10. जीजा साला योजना यह सारी योजनाये देश की जनता की सूझ बुझ से असफल हो गई...वर्ना आज भारत विश्वगुरु बन गया होता...इसके अलावा चुनावी सारे वादे....एक से बढ़कर एक जुमले हो गए हे...जेसे कालाधन, धारा 370, मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, जनलोकपाल, आतंकवाद, पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से देना, एक सर के बदले 10 सर लाना, गोमांस पर प्रतिबन्ध, सबका साथ सबका विकास, गंगा सफाई आदि अनेक जुमले... देश को मिले मोदी के श्री मुखारविंद से...कुल मिलाकर दो साल सिर्फ व्यर्थ के विवादों से, प्रचार प्रसार और बड़ी बड़ी डींगे हांककर जनता का ध्यान असल मुद्दों से हटाने में ही निकल गए....जय हिन्द

मोदी सरकार में देश के काले दिन

आज मोदी सरकार के पुरे दो साल नारी पर बढ़ता अत्याचार मरता गरीब किसान दाल हुई मुर्गी से मंहगी विदेशी दौरों नही कोई लाभ भाजपा शासित प्रदेशो में महाघोटाले 15 लाख बना जुमला काला धन का पता नही है दाऊद से भाजपा नेताओ के संम्बध पुरे भारत धर्म के नाम पर ज़हर उगलना अंदानी और अंबानी के अच्छे दिन आना माल्या को प्रेम पूर्वक विदेश भेजना अनपढो को मंत्री बनाना बलात्कारियो को उच्च पदो पर बिठाना विधर्थियो पर लाठीचार्ज करना बेगुनाहो को झूठे मुकदमो में फंसना यात्राओ के नाम पर जनता का माल लुटाना किसानो के कर्ज माफ़ नही करना। नोकरिया नही देना स्वरोजगार के के नाम पर जनता को झूट बोलना किराया बढ़ाकर जनता के ऊपर बोझ डालना बलात्कार और हत्याओ को बढ़ना बीफ कारोबार में भारत का 1 नम्बर होना नेपाल भूटान अफगान ईरान को जमकर माल लुटाना ।। सौ :- नवेद शैख़ (इंडियन)

जब दो साल का जश्न मनाया जाए तो उसमें यह बताना चाहिए

गंगा कितनी साफ हुई? आदर्श ग्राम योजना किस हालत में है? बुलेट ट्रेन कहां तक पहुंची? स्मार्ट सिटी की स्थिति क्या है? विदेशों से कितना धन आया? निर्यात लगातार क्यों घट रहा है? रुपया क्यों रसातल में जा रहा है? दो साल में कितनी जोब क्रिएट की ? देश की अर्थव्यवस्था कुलांचे मार रही है या बकौल स्वामी रसातल में जा रही है? अगर रसातल में जा रही है, तो इसकी जिम्मेदारी आरबीआई गवर्नर राजन की कैसे है? यह भी जरूर बताएं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें न्यूनतम स्तर पर होते हुए भी देश की जनता पूरी दुनिया के मुकाबले महंगा पेट्रोल-डीजल खरीदने पर मजबूर है? सूखे से किस तरह निपटा गया? किसान क्यों अपनी एक टन प्याज एक रुपये में बेचने के लिए मजबूर है? जन-धन खाते, शौचालय और गैस सब्सिडी की बातें तो मोदी अपनी हर सभा में करते हैं, इसलिए इनका गुणगान करने की जरूरत नहीं है। लेकिन हां, यह जरूर बताना चाहिए जो जन धन खुले हैं, उनमें से कितने एक्टिव हैं? गैस सब्सिडी छोड़ने के अभियान के विज्ञापन पर कितना पैसा खर्च किया गया? सौ :- नवेद शैख़ (इंडियन)

रामसेतू बनाने की क्या जरूरत पड़ी..??

रावण बिना किसी पुल के लंका से पंचवटी के जंगल जाकर सिता का हरण करके लंका ले गया, जबकि राम को वहा से लंका जाने के लिए पुल बनाना पड़ा.. जब रावण को पुल की जरुरत नही पड़ी तो राम को क्यू .?? ...

बुद्ध पूर्णिमा बुद्ध से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य .

☸ बुद्ध पूर्णिमा ~ 21 मई 2016 पर विश्वगुरु तथागत बुद्ध से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य ...✍ •••••~•••••~•••••SABM•••••~•••••~ ✔ 2579 वीं बुद्ध पूर्णिमा ~ 79 तथ्य ✔ •••••~•••••~•••••~•••••~•••••~•••••~ 1) बौद्ध धम्म के संस्थापक ~ तथागत बुद्ध 2) तथागत बुद्ध का जन्म ~ 563 ईसा पूर्व, बुद्ध (वैशाख) पूर्णिमा को कपिलवस्तु की लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ | 3) बुद्ध किस वंश से थे-कोलिय-शाक्य वंश 4) बुद्ध के पिता का नाम ~ शुद्धोधन 5) बुद्ध की माता का नाम ~ महामाया (कोल़ी) 6) बुद्ध के बचपन का नाम ~ सिद्धार्थ 7) सिद्धार्थ का पालन -पोषण किया था ~ प्रजापति गौतमी (सिद्धार्थ की मौसी) 8) बुद्ध के पिता राजा शुद्धोधन मुखिया थे ~ शाक्य गणराज्य के 9) बुद्ध की माँ महामाया किस वंश से संबंधित थीं ~ कोलिय वंश 10) बुद्ध की पत्नी का नाम ~ यशोधरा / गोपा / बिम्बा / भद्कच्छना (कोलिय वंश) 11) बुद्ध के पुत्र का नाम ~ राहुल 12) बुद्ध ने किस अवस्था में गृह त्याग किया था ~ 29 वर्ष 13) गृह त्याग की घटना क्या कहलाती है ~ महाभिनिष्क्रमण 14) बुद्ध के घोड़े का नाम ~ कन्थक 15) बुद्ध के सारथी का नाम ~ चन्ना (छन्दक) 16) सिद्ध...

दुश्मन अपने इरादे में कामयाब होते जा रहा है

Red carefully      सावधान sc, st, obc और धार्मिक अल्पसंख्यक लोगों सावधान,           जैसा कि आप सभी को मालूम है कि पहले गुजरात में पाटीदारों को उकसा कर आरक्षण पर बवाल मचाया और वहां से कोर्ट के बहाने  आरक्षण को ख़त्म कर दिया गया .!             दूसरे मोहन भागवत के द्वारा आरक्षण की समीक्षा की बात कह कर आप की ताकत को तौलने का काम किया और जैसे ही इन्हें पता चला की ये आपस के टूटे बिखरे असंगठित है .!  एक तरफ प्रधानमंत्री यह दिलाशा देता रहा कि आप के आरक्षण को कोई माँ का लाल काट नही सकता और दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट की तजा डिसीजन के माध्यम  से सभी उंच शिक्षण संस्थानो से आरक्षण को  समाप्त करने की आदेश जारी कर दिया .!                    उसी तरह अब विश्वसनीय लोगों के द्वारा पता चल रहा है कि , जिस तरह लोकसभा में बीजेपी को   बहुमत हासिल है उसी तरह राज्यसभा में भी बहुम...

Vibrant Gujarat

"ગતીશીલ ગુજરાત" માં બેરોજગારો ની ગતી. એસ.ટી. માં ૬૨૬ જગ્યાઓ માટે માત્ર ૧૨.૮૮ લાખ અને એમા પણ એક જગ્યા માટે ૩૦૪૨૫ અરજીઓ કરવામાં આવી અને અરજીઓ કરવાવાળા માં પણ પી.એચ.ડી.,એલ.એલ.બી.,અને ડોકટર અને ગ્રેજયુઍટ જો ભણેલા ની આ હાલત હોય તો અભણો કયા જશે?અને એમા પણ પગારધોરણ તો પહેલા ૫વર્ષ માટે ફીક્ષ.      કયા ગયા પેલા રસ્તે રખડતા ધોળીયાઓ ને ભેગા કરીને હજારો ની ડીશ ખવડાવી ને કરેલા  ધુણશે(વાંઈબ્રંટ)ગુજરાત  ના એમ.ઓ.યુ.   થી સ્થપાયેલા ઉધ્યોગો.ગુજરાત ની જનતા ના લાખો કરોડો રુપીયા માત્ર પોતાની પ્રસીધ્ધી માટે તાયફા રુપે વાપરવા એ પણ એક જાત નો ભ્રષ્ટાચારજ કહેવાય.ધુણશે ગુજરાત ના તાયફાઓ કરે હાલ વર્ષો થઈ ગયા ત્યારે એવુ કહેવાતુ કે આનાથી વીદેશી રોકાણ આવશે અને રાજય ના લાખો બેરોજગાર યુવાનો ને નોકરી મળશે.હાલ એમાના કયા ઉધ્યોગ સ્થપાયા અને કેટલાને રોજગારી મળી એના આંકડા હોય તો અહી લખજો.કયા સુધી પ્રજા ને છેતરશો?      બેરોજગારી નો પ્રશ્ન એ તો વૈશ્વીકછે પણ કોઈ નેતા પોતાની પ્રજા ને આવા ખોટા સપના તો નથીજ બતાવતા બીજા રાજયો પણ બેરોજગારી હશે પણ એમને કયારેય આવા ખોટા તાયફાઓ ...

डराया जाता हैँ

एंटीना धारी जवाब दे वरना पढ़े एवम् विचार करें! यदि न कर सकें तो शांत बैठे। 1) 33कोटी देवताओं में से किसी एक का सम्पूर्ण नाम बतावें। 2) सभी देवताओं ने भारत में ही जन्म क्यों लिया, अन्य किसी देश में क्यों नही? 3) देवताओं के पुष्पक विमान अब कहा गए?जिसमे बैठकर वे हमेशा पृथ्वी पर आते थे,अब क्यों नही? 4) विमान का शोध राईट भाईयो ने किया तो देवताओ ने पेटर्न चोरने का इल्जाम क्यों नही लगाया? 5) काफी देवताओं को पत्नियां भी थी,उसमें से कुछेक को ही बच्चे हुवे!बाकी को क्यों नही? 6) सुनते आये हैँ कि, पुरातन काल से ही देवी-देवता थे! उस वक़्त भारत की लोकसंख्या 10या 20 कोटि होगी,अब लोकसंख्या 120 कोटी पर पहुँच चुकि, देवताओं की संख्या क्यों नही बढ़ि? उन्होंने उस वक्त क्या इस्तेमाल (बच्चे न होने के लिए) किया?या नसबंदी की थी? 7) खंडोबा यदि देवता हैँ और कुत्ता खंडोबा का अवतार हैं, तो कुत्ता काटनेपर लोग इंजेक्शन क्यों लगवाते है, उल्टा लोग देवता ने काटा करके पढ़े क्यों नहीं बांटते? 8) कोई भी देवता या देवी किसी भी इन्सान की पार्श्व भूमि या सत्यता जाने बगैर डायरेक्ट आंग में क्यों आती/याआता हैं? 9) अपने दर्शनो के लिए...

मोदी जी की डिग्री मुजे तो फर्जी लगती है

१. भारत मे पहला कंप्यूटर आने के पहले ही मोदीजी की डिग्री कंप्यूटर से प्रिंट हुई , २. जिस फॉन्ट को माइक्रोसॉफ्ट ने १९९२ मे विकसित किया वो मोदी जी डिग्री मे १९७९ मे प्रयोग हो चुक...

स्वतंत्र भारत का प्रथम आतंकवादी

नाथूराम गोडसे..... भारत को एक लंबे संघर्ष और असीमित बलिदान के बाद 15 अगस्त-1947 को आज़ादी मिली. अभी आजादी का जशन पूरी तरह मनाया भी नही गया था के हमारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की हत्या 30 जनवरी 1948 को ब्राह्मण नाथूराम गोडसे ने गोली मार कर कर दि.इस तरह स्वतंत्र भारत का ए पहला आतंकवादी घटना था और ब्राह्मण नाथूराम गोडसे स्वतंत्र भारत का प्रथम आतंकवादी था.बहुत आश्चर्य होता है जब आज ब्राह्मण नाथुराम गोडसे को कुछ संप्रदायिक पार्टीयो द्वारा गोडसे को एक राष्‍ट्रीए हीरो बनाने की कोशिश चल रही है. इस आतंकवादी को पैदा करने वाला ब्राह्मण संगठन आर .एस . एस था. इस संगठन की बुनियाद 1925 मे विजयदशमी के दिन ब्राह्मण केशव हेडगोवार ने रखी जिस का मक़सद हिन्दुवाद की आड मे ब्राह्मणवाद के कॉन्सेप्ट को आयेज बडाना था. इस ब्राह्मण संगठन आर एस एस ने आजादी की लड़ाई मे कभी भी हिस्सा नही लिया बल्के बहुत से दस्तावेज़ से साबित होता है के संघ अंग्रेज़ो की चापलूसी मे लगा रता था. संघ ने हमेशा भगवा झंडे को तरजीह दी कभी भी ए लोग राष्ट्रिये झंडे तिरंगे को सल्यूट नही किया. सत्य- अहिंसा के सबसे बड़े प्रवर्तक महात्मा गाँधी क...

"सकारात्मक सोच ही आदमी को "आदमी" बनाती है.

एक राजा के पास कई हाथी थे, लेकिन एक हाथी बहुत शक्तिशाली था, बहुत आज्ञाकारी, unless समझदार व युद्ध-कौशल में निपुण था। बहुत से युद्धों में वह भेजा गया था और वह राजा को विजय दिलाकर वापस ...

"भारत" कभी भी 'हिंदूस्थान' नही था ।

( Analysis of हिंदु:- परशियन डिक्शनरी में हिंदू शब्द का अर्थ हिनदू = गुलाम, चोर, गंदा ,काला. हिंदू यह शब्द दो शब्द का बना नही बल्कि तिन शब्द से {हि+न+दू} ऐसा है । उसका अपभ्रष होकर दो शब्द हिंदू ऐसा बन गया है . < दयानंद सरस्वती स्वयं १८७५ को स्वीकार करते है और उनके "सत्यार्त प्रकाश" इस ग्रंथ में 'हिंदू मुग़ल द्वारा दी हुई गाली है ' ऐसा उल्लेख मिलता है ! उन्होने तो हिंदू समाज स्थापना न करते हुए "आर्य समाज" की स्थापना की. बाद में मुग़लों ने ही हिंदू को 'हिंदूस्थान' बना दिया और मुग़लों से मिले हुए बामनों ने इस शब्द का स्वीकार किया जो खुद को बामन समझते है हिंदू नही . ( Analysis of हिंदुस्थान :- हिन = तुच्छ,गंदा दून= लोक, प्रजा, जनता.. स्थान)= "भारत" कभी भी 'हिंदूस्थान' नही था । इ.स १२ वी सदी के पहले हिंदू शब्द किसी भी ग्रंथ में नही । इसलिए नीचे कुछ काव्य ग्रंथ के नाम दिये है (ब्राह्मणी ग्रंथ - रामायण, महाभारत, उपनिषध, भगवत गीता, ज्ञानेश्वरी, श्रृति, स्मृति, मनुस्मृति, दासबोध, ४ वेद, १८ पुरान, ६४ शास्त्र किंवा बहुजन संतों के अभंग वाणीम...

सहानुभूति

एक गरीब औरत ने बामुश्किल आटा पीस—पीसकर सोने की चूड़ियां बनवाईं। चाहती थी कि कोई पूछे—कितने में लीं? कहां बनवाईं? कहां खरीदीं? मगर कोई पूछे ही न; सुख को तो कोई पूछता ही नहीं! घबर...

जिसका कोई वैज्ञानिक आधार न हो वह अंधविश्वास कहलाता है।

क्या. आप अंधविश्वासी है? नही न, हर व्यक्ति अपने आप को अंधविश्वासी नही मानता है। सिर्फ झाड फूक करवाना, टोना टुटका की प्रथा ही अंधविश्वानस नही कहलाता है। हर वह विश्वास जो आंख ब...