નમસ્કાર મિત્રો... માતૃભાષા એ આપણી ઓળખ છે. પણ હાલ અન્ય ભાષાઓના ચલણને લીધે આપણી માતૃભાષા વિસરાતી જાય છે. બીજી બાજુ તમને ઈન્ટરનેટ પરથી ગુજરાતી ભાષાની અને ગુજરાતી શીખવતી ઘણી ઉ...
આ માહિતી તમામ માટે ઉપયોગી છે. આપણે રોજબરોજના જીવનમાં ચુટણીકાર્ડ, આધારકાર્ડ, રેશનકાર્ડ વગેરેની જરૂર પડતી હોય છે. તો તેમની માહિતી ઓનલાઈન હવે તમે જોઈ શકો છો. હવે તો સ્માર્ટફો...
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत सरकार ने गरीबों को राशन मिलने के तरीके में कुछ बदलाव किये हैं , अब गरीबों के लिए दो नए नियम बनाये गए हैं , पहला तो यह की राशन उसी को मिलेगा जिसके ...
छोटा बच्चा जब कोई चीज के लिए जिद करता है या तूफ़ान करता है तो उसके मम्मी पापा बच्चे का ध्यान घुमाने के लिए दूसरी बाते करते है , स्टोरी कहते है और बच्चा वो चिज को भूल के स्टोरी मे...
प्रधानमंत्री ने मंडी, हिमाचल प्रदेश मे आज कहा है कि पहले तो इस्राइल की सैन्य कार्यवाही की वाह वाही होती थी, लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब दुनिया भारत की वीरता की वाह वाह ...
*लव जिहाद *घर वापसी *गौ मांस *गौ रक्षा *सहिष्णुता *असहिष्णुता *शाहरुख़ खान *आमिर खान *JNU *भारत माता की जय *कश्मीर *बांग्लादेश *पाकिस्तान *सर्जिकल स्ट्राइक इन सभी ( ऐतिहासिक कारनामो ) ...
महिला को पीरियड की वजह से आज भी अपमानित ओर शर्मिन्दा कीया जाता है धर्म मे अंधे बने हुये लोग अपने घर के सदस्यों ज्यादातर महिला से ही अपमानित होना पड़ता है ओर निची नचर से देखा ...
आज का मुद्दा.... Professional Ethics and Human Values हम भारतीय को अपने किये गये कार्य पर सबसे ज्यादा गर्व होता है, हम विश्व के सबसे युवा देश है, यहां की आधी से ज्यादा आबादी 18 से 45 वर्ष के युवाओं की है| मनपंसद का का...
मैं अधर्मी नही.....अत्याचारी नही...राक्षस नही.... पर क्यूँ जलाया जाता है.... @..मैं लंका का राजा था अरुण वरुण और कुबेर मेरी मुट्ठी में थे कभी अकाल नही पड़ता था जनता खुश थी कोई आत्महत्या नह...
याकूब के जनाजे में उमडी भीड़ पर सारी मुस्लिम कौम को घेरने वाले संघी, दादरी में अखलाक की हत्या के आरोपी की जेल में हुई मौत के बाद उसकी लाश पर तिरँगा डाले जाने पर चुप क्यों हैं??? स...
एक साल पहले भीड़ ने गोमांस और गोहत्या के शक में पीट-पीटकर मोहम्मद अखलाक की हत्या कर दी थी और अखलाक के परिवार पर हमला कर दिया था। ठीक एक साल बाद बिसाहड़ा में फिर एक मौत हुई है। लेकिन इस बार मरने वाला किसी भीड़ का शिकार नहीं है बल्कि अखलाक की ही मौत के मामले में आरोपी था। जिसकी न्यायिक हिरासत में 4 अक्टूबर को मौत हो गई थी और मौत के बाद भी अभी तक उसका अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। उसकी शव पर राजनीति शुरु हो गई है और उसे तिरंगे में लपेटकर गांव में रखा गया है। शव के चारों ओर गांववालों का जमावड़ा है और उनकी मांग है कि रवि को शहीद का दर्जा दिया जाए। इस मांग के पीछे कितनी राजनीति है कितनी सच्चाई इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तथाकथित हिंदू नेता लगातार बिसाहड़ा पहुंच रहे हैं और अपने भड़काऊ भाषण से माहौल को फिर से एक साल पहले जैसे सांप्रदायिक रंग में रंगना चाहते हैं। राजनीति की बात छोड़ भी दी जाए तो क्या किसी ऐसे शख्स के शव को तिरंगे में लपेटना सही होगा जिस पर किसी की हत्या का आरोप लगा हो? तिरंगा देश के लिए मरने वाले लोगों की लाश पर रखा जाता है। चिंताजनक बात ये है...
जज --क़त्ल किसने किया? आरोपी ---मैने कत्ल किया। जज --लाश कहां है ? आरोपी---लाश मैने जला दी जज--वो जगह दिखाओ जहां लाश जलाई थी आरोपी--मैने वो सारी जमीन खोद दी जज--तो खोदी हुई मिट्टी किधर है ? ...
देखो भाई— तुमने खुद से ढिंढोरा पीटा कि बच्चा हुआ है। ढोल नगाड़े बजवाये तो तुमने बजवाये। लाउडस्पीकर पर एलान करवा कर तुम बताये कि तुम मर्द हो और बाप बने हो। आतिशबाज़ी करा कर तु...