महिला को पीरियड की वजह से आज भी अपमानित ओर शर्मिन्दा कीया जाता है
महिला को पीरियड की वजह से आज भी अपमानित ओर शर्मिन्दा कीया जाता है
धर्म मे अंधे बने हुये लोग अपने घर के सदस्यों ज्यादातर महिला से ही अपमानित होना पड़ता है ओर निची नचर से देखा जाता है
महिला पीरियड में हो तो घर में रसोई बना नहीं सकती ओर
घर मे जहाँ मंदिर होता है उस रूम मे अंदर जा नहीं सकती
भगवान की पूजा नहीं कर सकती ओर पुजा मे बेठ भी नहीं सकती पीरियड की वजह से
क्योंकि घर्म भ्रष्ट हो जायेगा
भगवान माता वो भी एक स्त्री है ओर एक दुसरी स्त्री को समझ नहीं सकती ???
क्या भगवान इतने ना समज है की उनको यह पता नही की
महिला को पीरियड आना नेचरल नैसर्गिक शरीर की नोरमल प्रक्रिया है जिसमें खराब ब्लड निकल जाता है जैसे अन्य खराब पदार्थ शरीर से निकलता है ओर पीरियड की वजह से महिला मां बन सकती है
मुझे मेरे एक प्रश्र का उत्तर नहीं मिल रहा
प्रार्वती ने अपने शरीर के भेल(गंदगी) से गणेश को बनाया था जिसे भगवान मानते है
पर महिला पीरियड की वजह से भगवान की पुजा नहीं सकती क्यों ?
अगर घर्म की यही विचारधारा मानसिकता रिती रिवाजों है तो अभी लात मारो एसे घर्म को
सौ-प्रताप आम्बेडकर
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