सोच रहा हुं....सरकार कीसकी है...???
कोंग्रेसने कहा था GST लाने को
आखिर क्या हुआ? आखिरकार लाना पडा.
कोंग्रेसने कहा था FDI लाने को
आखिरक्या हुआ? आखिरकार लाना पडा...
कोंग्रेस लाइ थी आधारकार्ड,
विरोध के बावजूद आखिरकार स्वीकारना पड़ा...
यार सोच रहा हुं....सरकार कीसकी है...???
BJP बोली थी राम मंदिर बनायेंगे
आखिरकार क्या हुआ...?
मंदिर बना....?.. नहीं...!!
BJP बोली थी काश्मीर से 370 कलम हटायेंगे.... हुआ क्या...?
BJP बोली थी पाकिस्तान को
करारा जवाब देन्गे.... हुआ क्या...?
हंमेशा स्वीकार सही सोच का ही होता है.
बिजेपी की सरकार खुद की बोली पे अमल नहीं कर सकी,
कोंग्रेस के विचार अपनाने पड़े
यही है 60 साल का अनुभव....
अंघ भक्तों ये सरकार तो मोदी की है.....पर ये चल रही है डो.मनमोहनसिह जी के तजुर्बे पर।
आखिर एक चाय वाले की और विद्वान अर्थशास्त्री की सोच में अंतर तो होना ही है
क्युकी अर्थशास्त्री विद्यालय बनाता है
जब की चायवाला शौचालय बनाने को सिद्धी कहलाता है।
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