बाबासाहबने SC ST के लिये अपना मंत्रिपद नही छोडा बल्कि OBC के लिये अपना मंत्रिपद छोडा.
कुछ दिन से एक मॅसेज चल रहा है. बाबासाहबने संविधान मे कहा 10 साल के बाद Currency को बदल देना चाहिये. वैसे ही बाबासाहब ने कहा की 10 साल के बाद आरक्षण भी खत्म होना चाहिये.
यह मॅसेज जो OBC के BJP भक्त लोग बडे पैमाने पे भेज रहे है.
मेरा उन लोगोंसे कूछ सवाल है.
क्या आपने कभी संविधान पढा है?
क्या देखा है?
क्या आपके नेताओ ने आपको दुर से दिखाया है?
मुझे नही लगता की आपमे से किसि ने संविधान देखा भी होगा पढने की तो बहोत दुर कि बात है. हममे से किसीने संविधान देखा नही पर उसे गाली देने वाले कई मिल जायेंगे.
जो दोनो बातें कही वो पुरी तरह से झुठ है. बाबासाहबने 10 साल मे Currency बदलनी चाहिये यह संविधान मे नही बल्कि
उनकि The Problem Of Rupees इस किताब मे लिखी है.
रही दुसरी बात तो 10 साल का आरक्षण
यह Political था न की Service का. संविधान मे Artical 16(4) जो Backward Class(SC ST OBC) के Service मे प्रतिनिधित्व (आरक्षण) की बात लिखी है.
उसमे ऐसी कोई मर्यादा नही है.
लेकिन Artical 16(4) से कोंग्रेस ने OBC को प्रतिनिधित्व (आरक्षण) नही दिया तो Artical 340 के अंतर्गत OBC के प्रतिनिधित्व (आरक्षण) के लिये एक आयोग बनाना था.
वो नेहरु ने नही बनाया तो बाबासाहबने अपने मंत्रिपद से इस्तिफा दे दिया.
बाबासाहबने SC ST के लिये अपना मंत्रिपद नही छोडा बल्कि OBC के लिये अपना मंत्रिपद छोडा.
लेकिन आज भी OBC बाबासाहब को समझ नही पा रहा है. यह OBC का दुर्भाग्य है.
आज भी मोदी सरकार ने OBC की जाति आधारित गिनति से इनकार करना और IAS बने OBC को क्रिमिलेयर के नये नियम लागु करके OBC को वंचित करना
यह मोदी की OBC के साथ सबसे बढी धोकेबाजी है.
लेकिन मोदी भक्तो को ये बात तो समझने से रही.Artical 330 और 332 मे SC ST के Political आरक्षण जो लोकसभा और विधानसभा के लिये है.
बाबासाहबने कहा था की Political Reservation यह 10 साल के लिये रहेगा. बाबासाहब ने खुद इस Political आरक्षण का विरोध किये थे. SC ST के लोग जिस Political आरक्षण की मांग नही करते वो उन्हे अपने आप मिल रहा है.
और जिस नौकरीयोंमे प्रतिनिधित्व(आरक्षण ) कि मांग करते है वो समाप्त करने का काम चल रहा है.
ये जरा सोचने वाली बात है. OBC को संविधान मे हक्क-अधिकार देने के बावजुद भी पता नही OBC के लोग संविधान का विरोध क्यों करते है?
संविधान को लागू हुये 60 साल हो गये लेकिन SC ST OBC और तमाम लोगो को संविधान मालुम न होना यह देश के लिये और अपनी कौम के लिये बहोत हि दुर्भाग्य है.
OBC के लोग उस शेखचिल्ली जैसे है
जिस टेहणी पर बैठते है उसी को काटने का काम करते है.
अगर 52% OBC के लोग अपने हक्क अधिकारोंके प्रती जाग्रुत होते तो वे आज इस देश की शासनकर्ता जमात होती.
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