तस्वीर की बात तो छोडो कहीं पर भी बाबा साहब का उल्लेख तक नहीं किया गया है।

भाजपा का असली चहेरा
बाबासाहेब का नाम ही निकाल दिया, केन्द्रिय अभ्यास क्रम में बाबा साहब का उल्लेख नहीं है। ICSE के दसवीं के इतिहास के पुस्तक में डाँ. बाबा साहब आंबेडकर का उल्लेख तक नहीं किया गया है।
दसवीं के पुस्तक का नाम है " Total history and civics. "  मोर्निंग स्टार पब्लिकेशन नई दिल्ली ने इसे प्रकाशित किया है
और वाराणसी की डॉली एलन नाम की महिला ने इसे लिखा है।
जब कि बंगलूर के एस. ईरुदया ने इसे संपादित किया है।
भारतीय इतिहास में बाबा साहब का योगदान क्या है ?
यह बात को समूचा देश जानता है
मगर भारत सरकार को यह विद्यार्थीओं को बतानी आवश्यक नहीं लगी है
यह बात अत्यंत दु:खद है।
बड़ी बात तो यह है कि पुस्तक.पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और लोकसभा की अध्यक्षा सुमित्रा महाजन की तस्वीरें छपी हैं।
पुस्तक में गांधी, नहेरू सहित देश विदेश के सभी विद्वानों को लिया गया है
तस्वीर की बात तो छोडो कहीं पर भी बाबा साहब का उल्लेख तक नहीं किया गया है।
सरकार से इस बात का जवाब मांगना चाहिये और यह पुस्तक वापस लेने की मांग करनी चाहिये।

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