और हमको धमकाया जा रहा है कि आजादी के बाद से अब तक जांच कराया जाएगा ये कैसा मजाक है ?

नोटबंदी के बाद मोदी जी की 3 रैलियाँ , अमित
शाह की दो रैलियाँ , ममता दी और केजरीवाल की 1 रैली , मुलायम सिंह की 1 रैली हो चुकी है
मेरे कुछ प्रश्न हैं सभी से जबाब अपेक्षित हैं --- क्या ये रैलियाँ मात्र ढाई लाख में हुईं हैं ?? हमको धमकाया जा रहा है कि ढाई लाख से ज्यादे जमा किये तो
... ढाई लाख से अधिक की शादी किये तो ....
क्या इन रैलियों में लगे पैसों का " सोर्स " ये
महानुभाव लोग बताएँगे ???
हमको धमकाया जा रहा है कि सोर्स बताना पडेगा
क्या इन रैलियों का पेमेंट चेक से किया गया है ???
हमको समझाया जा रहा है कि चेक से भुगतान करो मैरेज हाउस वाले को , फूल वाले को , हलवाई को और तो और शगुन भी
चेक में दो देश का कोई भी राजनैतिक दल RTI  अंतर्गत क्यों नही है ???
फिर हमारा सब कुछ RTI के अधीन क्यों है ?? आजादी के बाद से अब तक अपने
फंड का सोर्स ये राजनितिक लोग क्यों नही
बताते ???
और हमको धमकाया जा रहा है कि आजादी के बाद से अब तक जांच कराया जाएगा ये कैसा मजाक है ???

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