सबसे पहले खरबों की सम्पत्ति के मालिक नेताओं के चहरे टीवी चैनलों पर काले दिखाई देते।
अच्छे दिन आयेंगे
किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह दिन भी देखने को मिलेंगे।
आज देहात की हालत बदतर होती जा रही है शहरों में तो बैंक कुछ न कुछ रकम दे रहे हैं लेकिन देहात में गरीब का बुरा हाल है। डाकखानों में भी पैसा नहीं है अनपढ़ गरीब बेहाल है।
वैसे एक बात है ज्यादा अक्लमंद आदमी ही धोखा खाता है
यही कुछ मोदी जी के साथ भी हो रहा है
क्योंकि उनकी उम्मीद के मुताबिक काला धन बाहर नहीं आया और उन्हें रोज नियम बदलने को मजबूर होना पड़ा।
अचानक इतना बड़ा फैसला ले लिया और उसमें भी ₹ 2000 का नोट लेकर आए।
केजरीवाल ने पहले ही दिन कह दिया था कि मोदी जी इससे भ्रष्टाचारियों का ही भला होगा और आज यह बात सत्य साबित हो रही है अनेक स्थानों से करोड़ो रूपये के दो हजार के नये नोट जब्त किये जा रहे है।
जब खाते से रकम निकालने पर पाबंदी हो तब करोड़ों के नोट कैसे बाहर आ रहे हैं।
इसका मतलब बैक बड़े नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत सरकार से छिपी नहीं है।
देश भर में काला धन रातो रात बदल गया लेकिन महनत कश को देशभक्ति के सपने दिखा कर बैंको की लाईनों में मरने के लिए छोड़ दिया गया और दिखावे के लिए प्रर्वतन निदेशालय ED कुछ घोटालों को उजागर कर आम जनता को दिखा रहा है कि सरकार किसी को नहीं छोड़ने वाली।
अब आप काले धन की बात छोड़कर कैशलेस भारत का राग अलाप रहे हो वो भी भारत जैसे देश में इसमें समय लगेगा
देश की जनता पहले नोट बन्दी से उबर जाये तभी यह संभव हो सकता है।
किसी भी काले धन वाले का चेहरा काला नहीं पड़ा अगर ऐसा होता तो सबसे पहले खरबों की सम्पत्ति के मालिक नेताओं के चहरे टीवी चैनलों पर काले दिखाई देते।
सपने उनके टूट गए जिन्होंने बेटी की शादी या बेटे को उच्च शिक्षा के लिए दस पन्द्रह लाख की रकम सालों से इक्कठी की थी।
मोदीजी क्योंकि आप राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रचारक रहे हो और आप क्या जाने गृहस्थी कैसे चलाई जाती है
आज आम आदमी की कमाई काली हो गई है।
एक बात और है कि न महंगाई रूकेगी और न भ्रष्टाचार खत्म होगा क्योंकि इनका मुख्य स्रोत राजनीति और ब्यूरोक्रेट का चोली दामन का साथ है।
क्योंकि करोड़ों की परियोजनाओं में दोनों मिलकर जनता की टैक्सों के रूप में चुकाई बड़ी रकम डकार जाते है।
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