अडानी ने खुद चुकाया या गुजरात की जनता का पैसा था?
जो पार्टी अपनी चुनावी फंडिंग की जानकारी देने से इनकार करती है,
उस पार्टी का प्रधानमंत्री नोट प्रतिबंधित करके काला धन रोकना चाहता है।
वही प्रधानमंत्री जिसने देश को यह नहीं बताया कि अडानी के हेलीकाप्टर से सैकड़ों रैलियां करने का फंड किसने दिया।
अडानी ने खुद चुकाया या गुजरात की जनता का पैसा था?
हर वह धन काला है जिसकी जानकारी गुप्त रखी जाए।
भारत में कोई भी पार्टी अपनी फंडिंग की जानकारी देने और आर टी आई के दायरे में आने से इनकार करती है।
मोदी सबसे महंगी और हाई टेक रैलियां करते हैं। वे अपने से शुरुआत करते तो बेहतर नज़ीर पेश होती।
यह गज़ब है कि राजा अपना काला धन नहीं बतायेगा, प्रजा को सजा देगा।
बाकी 500 और 1000 के नोट के बदले 2000 के नोट से काला धन रुक जाएगा,
इस बारे में मेरी कोई समझ नहीं है। हो सकता है ये कारगर हो।
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