आवाम सच तो पूछेगी और जानकारी के लिए कृपया इतना तो बता दो
आवाम सच तो पूछेगी और जानकारी के लिए
कृपया इतना तो बता दो
1) सीसीटीवी
कैमरे खराब क्यों?
(2) जेल का सायरन नहीं बजा क्यों?
(3) निगरानी टावर फ्लाप क्यों?
(4) पेट्रोलिंग टीम नदारद क्यों?
(5) 30 फीट ऊँची दीवार कैसे
कूदे?
(6) एक बार जेल से भागे खूंखार आरोपियों की सुरक्षा
में चूक क्यों?
(7) शुरू के 45 मिनट तक क्या हुआ?
(8) भोपाल कोर्ट मे वकील है Ayesha Akber
उनका कहना है पेशी पर भी
नही लाते थे वीडियो कानफिरेंस से
पेशी होती थी
ऐसी सख्ती मे रहने वाले
क़ेदी भागे केसे? वो आतंकवादी जेल से
भागे कैसे?
(9) रात 2 बजे भागे आतंक वादी सिर्फ 10 Km.
ही क्यू जा पाये जबकि सुबह होने तक लगभग 4
घंटे यानी सुबह 6 बजे तक उनको 40
किमी तक निकलना चाहिए था,
(10) जेल से बाहर आने के बाद भोपाल शहर में घुसने के बजाए
हाईवे से होते हुए पहाड़ियों पर एक साथ जाने का फैसला आखिर
क्यों?
(11) उन आतंकवादियो के पास इतने कम समय में हथियार कहा
से आये जब क़ि वो भागने की जल्दी में
होंगे?
(12) पुलिस ने उनको जिन्दा क्यू नही पकड़ने
की कोशिश की?
(13) उनके पास कौन से हथियार थे जो पुलिस को सिर्फ मारना
ही पड़ा?
(14) क्या पूरे जेल परिसर में सिर्फ एक पुलिसवाला था?
(15) बैरक से गेट तक या फिर दिवारों तक कोई भी
पुलिसकर्मी नहीं दिखा?
(16) दूसरे कैदियों को भी भनक नहीं
लगी?
(17) आठों सिमी कार्यकर्ता शहर में दाखिल होते तो
एक एक करके भाग सकते थे या छिप सकते थे परंतु उन्होंने ऐसा
नहीं किया। खाली हाथ भागे आठों
कार्यकर्ता हत्या करके भागे थे, उनको पता था कि पुलिस के हाथ
चढ़े तो मारे जाएंगे बावजूद इसके सब के सब एक साथ भाग रहे
थे? क़ैदी भागे, लेकिन छितराए नहीं। सब
एक ही तरफ़ भागते रहे, ताकि पुलिस सबको एक
साथ उड़ा सके। ऐसा फ़िल्मों में भी नहीं
होता।
(18) रात को क़ैदी भागे और ‘मुठभेड़’ की
जगह पर नए कपड़े पहनकर आए ताकि वो ज़्यादा साफ़-सुथरे
दिख सके। पिकनिक या एंकाउंटर? एक जैसी नई
जींस की पेंट, रंगीन
टीशर्ट और सफेद शर्ट, नई बनियान नए स्पोर्ट शू,
दीवार फाँदते कोई रगड़ कोई दाग़ नहीं लगा,
ऐक पहाड़ी पर सब ऐक ही जगा जमा
हुए, कैदी पिकनिक पर गए थे किया? क्या भोपाल जेल
में क़ैदियों को जीन्स और#स्पोर्ट्स_शूज में रखा जाता
है?
(19) ‘मुठभेड़’ इतना तगड़ा था कि पुलिस बिल्कुल
नज़दीक जाकर गोलियां दाग़ती
रहीं। एक बॉडी में ज़रा-सी
हलचल दिखी तो गोली उतार दी
शरीर में।
(20) वीडियो में जिसपर गोली दाग़ते दिखाया
गया है, उसको पकड़ा क्यों नहीं गया? सारे राज़ दफ़्न
क्यों करना चाहती है सरकार?
(21) पुलिस वाले ‘मुठभेड़’ के दौरान इतने निश्चिंत थे कि वो
वीडियो शूट करते रहे।
(22) जेल से क़ैदी भागे कैसे? सबसे पहले
इसकी जांच हो। जेल तक संभाल नहीं
पाने वाली पुलिस नज़दीक जाकर आठ लोगों
पर गोलियां दाग़ रही है।
यह सब जाँच का विषय है, राजनीति करने का
नहीं
Comments
Post a Comment