पता नहीं आपके सीने में से हवा किसने निकाल दी और 56 से 6 इंची का रह गया

माननीय प्रधानमंत्री जी
आपको यह खुला पत्र
देश आए दिन समस्याओं से जूझ रहा है
आप शायद प्रधानमंत्री बनने के बाद में सोच रहे होंगे कि दुबारा मैं प्रधानमंत्री बन पाऊंगा या नहीं
इसलिए आए दिन विदेश यात्रा मे व्यस्त रहते हैं
इसलिए आपको देश की समस्याओं के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती
देश की परिस्थिति इतनी गंभीर है
आए दिन हमारा पड़ोसी देश जिसकी सुई बनाने की औकात नहीं है हमारे जवानों के ऊपर हमला कर रहे हैं
चुनाव के पहले आपने कहा था कि अगर वह हमारे जवान का एक सर काटेंगे तो हम 10 सर काटकर लाएंगे
यह एक आपका जुमला था दूसरा जुमला हम सब दिन में विदेशों में रखा हुआ काला धन लेकर आएंगे और सब के बैंक खातो में 15 15 लाख जमा करेंगे
तीसरा जुमला देश की खेती हम ऑर्गेनिक तरीके से करेंगे और देश के किसानों में खुशहाली लाएंगे और किसानों की आत्महत्या रोकेंगे, प्रधानमंत्री जी आप तो जोर जबरदस्ती किसानो की जमीने अदानी और अम्बानी के लिए खाली करवा रहे है।
ऐसे आपने अनेक जुमले देकर bjp को सत्ता पर लाएं इसमें से कोई भी जुमला आपने पूरा नहीं किया क्योंकि यह जुमले है और जुमले पूरे नहीं किए जाते।
जब आप सभाओं में यह जुमले देते थे तब आप का सीना 56 इंच का था।
यह भी एक जुमला था पता नहीं आपके सीने में से हवा किसने निकाल दी और 56 से 6 इंची का रह गया
आपको देश की भयावह समस्याए दिख नहीं रही है और जो आपको आइना बताते हैं
उसके ऊपर आप पाबंदी लगाते है लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया के ऊपर आप पाबंदी लगाकर अघोषित इमरजेंसी लगाने का काम कर रहे हैं
इसके विरोध में कुछ आपके मनुवादी साथी छोड़कर भारत मे लोकतंत्र को मानने वाले सभी  पुरोगामी शक्तियां एक होकर धर्मांध और प्रतिगामी शक्तियों का मुकाबला करेंगे
और इसके परिणाम आपको जरूर भुगतना पड़ेगा।
हम सब ndtv के साथ है और अंत तक हम इसका साथ देंगे

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