"मंदिर"में दाना चुगकर चिड़ियां "मस्जिद" में पानी पीती हैं मैंने सुना है "राधा" की चुनरी कोई "सलमा"बेगम सीती हैं एक "रफी" था महफिल महफिल "रघुपति राघव" गाता ...
किसी वेबसाइट से ली गयी पोस्ट है, कोई बताये यह कितनी सच है या झूठ है। महर्षि बाल्मीकि कौन थे? उनके बारे में विस्तार से रचयिता आदि कवि वाल्मीकि के प्रति सम्मान प्रकट करने के लि...
Copy paste आप सभी साथी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे हजारो वर्षो पहले एशिया महाद्वीप में एक राजवंश रहा करता था जिसे हम इक्ष्वाकु राजवंश या सूर्यवंशी क्षत्रिय कहते थे । इस इक्ष्वाकु राजवंश से सब घबराते थे इसी वंश में भगवान गौतम बुद्ध , अशोक सम्राट , चन्द्रगुप्त मौर्य जैसे महान सम्राट पैदा हुए थे । लेकिन आज कल कुछ हिंदूवादी इस परिवार का हिन्दुकरण करना चाहते हैं। जब की सच्चाई ये है की इक्ष्वाकु राजवंश चमारो का वंश है। चमार ही सूर्यवंशी क्षत्रिय है । और बुद्ध के वंशज हैं आइये प्रमाणित करे कैसे । 1- बौद्ध लोग जीव हिंसा से विरत रहते थे लेकिन मांस खाते थे अर्थात वो किसी भी जीव को काट कर कुर्बानी दे कर या बली देकर मांस नही खाते थे । बल्कि भारतीय बुद्धिस्ट सिर्फ मरे हुए जानवर का माँस खाते थे जिस में की जीव होता ही नही था । इस प्रकार जीव हत्या नही करते थे । और पुरे भारत में ऐसा करने वाली सिर्फ एक जाती थी वो है चमार आप बुजुर्गो से पता कर सकते हैं । 2- पुरे भारत में जनश्रुतियो और लोक कथाओ में चमार को ब्राह्मण बड़ा भाई बताता है क्यों की ब्राह्मण हिन्दू धर्म का मुखिया है तो चमार बौद्ध धर्म का मुखिया है इ...
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