Shayari part 4
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1. "मुझे नही मालुम की तुम्हे पाकर मुझे क्या मिलेगा,,
मगर इतना मालुम है कि तुम्हेँ खो दिया तो सब खो दुँगा.."
2. मुझे क्या करना है तेरे इश्क की कीमत जानकर....
तेरे भरोसे पे बिकना मंजूर है मुझे....
3. जिंदगी मे अगर तुम ना होते...
तो आज शायरो की गिनती मे हम ना होते....
4. छुपा के मुँह अब क्युँ रोता है मेरे सीने मे....
"ऐ दिल".. तू मेरी मानता हीं कब था....
5. आज फिर जीवन की किताब खोली तो देखा....
हर पन्ना तेरी ही रहमतों से भरा था !!
6. कहना ही पड़ा उसे शायरी पढ़ कर हमारी..
कि कमबख्त हर बात मोहब्बत से भरी होती है..
7. एक ही शहर से इतने जनाज़े ग़ालिब,
हसीनाओ पे कोई पाबंदी लगाओ ...
8. सुनो ना...किताब का नाम तो यूँ ही 'मेरी आत्मकथा' रखा है,
बाकी इसके हर एक पन्ने पर नाम तो सिर्फ तेरा ही लिखा है...!!
9. ना मुलाक़ात याद रखना, ना पता याद रखना,
बस इतनी सी आरज़ू है, मेरा नाम याद रखना..
10. न जाने कैसे आग लग गई बहते हुये पानी में........
'हमने तो बस कुछ ख़त बहाये थे, “उसके नाम के..
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