बेचारा वो मासूम लोकपाल मर गया

आये दिन उपवास आंदोलन करते रहनेवाले 80 सालके अन्ना हजारेजी आज भी जिन्दा है, और तन्दुरुस्त है। उनके साथ मंच पर बैठकर काला धन वापस लानेवाले सन्यासी बाबा रामदेव अब पतंजलिकी मेगी बेच रहे है। पूर्व सेनाध्यक्ष वी के सिंह जी नये शस्त्र सरंजाम की खरीदींमें व्यस्त है। देल्ही में 12 बेड रूम वाले सरकारि आवासमे केजरीवालजी की खांसी और मफलर अभी गायब हो गए है, और उन सब की बड़ी बहन किरण बेदीजी पुद्दुचेरीके राजभवनके बगीचे में योगाभ्यास कर रही है। यह सब अपनी अपनी नई दुनिया बसाके खुशियो से फलफूल रहे है, मर तो बेचारा वो मासूम लोकपाल गया जिसके आते ही देश के 90 % राजनेता जेल में जानेवाले थे...!

Comments

Popular posts from this blog

ना हिंदू बुरा है ना मुसलमान बुरा है जिसका किरदार बुरा है वो इन्सान बुरा है. .

आप दिमाग से पैदल हैं

क्या वाल्मीकि जी मेहतर/भंगी थे?