भगवान की जरूरत कमजोर के लिए है ।
अंतिम सत्य......
जब सतयुग आया तब अछूत यानि चमार चमार रहा बालमीक बालमीक रहा यानि कोई बदलाव नही हुआ ।
त्रेता युग में राम आया तब भी अछूत यानि चमार चमार रहा बालमीक बालमीक रहा। यानि कोई बदलाव नही हुआ ।
द्वापर युग में कृष्ण आया तब भी अछूत यानि चमार चमार रहा बालमीक बालमीक रहा। यानि कोई बदलाव नही हुआ ।
फिर आया कलयुग, कलयुग में गुरु रविदास आये क्रांति हुई और बदलाव हुआ ।
फिर आये बाबा साहब भीम राव आंबेडकर ऐसा बदलाव हुआ एक एक अधिकार हमे लिख केर दे दिया।
तो साथियो असली भगवन कौन हुआ ये मुझे बताने की जरूरत नही।
वैसे बाबा साहब ने कहा था
कि भगवान की जरूरत कमजोर के लिए है ।
अगर आप कमजोर हो तो भी और नही हो तो भी गुरु रविदास और बाबा साहब को जानो और उनका लिखा हुआ इतिहास पढ़ो और उन को ही मानो।
जय भीम जय बुद्ध
त्रेता युग में राम आया तब भी अछूत यानि चमार चमार रहा बालमीक बालमीक रहा। यानि कोई बदलाव नही हुआ ।
द्वापर युग में कृष्ण आया तब भी अछूत यानि चमार चमार रहा बालमीक बालमीक रहा। यानि कोई बदलाव नही हुआ ।
फिर आया कलयुग, कलयुग में गुरु रविदास आये क्रांति हुई और बदलाव हुआ ।
फिर आये बाबा साहब भीम राव आंबेडकर ऐसा बदलाव हुआ एक एक अधिकार हमे लिख केर दे दिया।
तो साथियो असली भगवन कौन हुआ ये मुझे बताने की जरूरत नही।
वैसे बाबा साहब ने कहा था
कि भगवान की जरूरत कमजोर के लिए है ।
अगर आप कमजोर हो तो भी और नही हो तो भी गुरु रविदास और बाबा साहब को जानो और उनका लिखा हुआ इतिहास पढ़ो और उन को ही मानो।
जय भीम जय बुद्ध
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