Shayari part 90
1. सोचा था खुद क सिवा मुझे कोई बर्बाद नही कर सकता,
फिर एक दिन उनकी मोहब्बत ने मेरे सारे वहम तोड़ दिए।।
2. कहने को तो बहुत कुछ है मेरे दिल में यारो
कहानी बहुत लंबी और अल्फ़ाज़ बहुत कम है।
3. बस इतना सा असर होगा हमारी यादों का
कि कभी कभी तुम बिना बात मुस्कुराओगे...
4. कमाल का हुनर है मेरी जान के पास;
वफ़ा निभाई नहीं गयी फिर भी मेरी शायरी में उन्ही का जिक्र होता है...!!
5. आगे बढ़ गई, मेरे हालात देखकर !!
उसकी उमीदें, मेरे इश्क से महंगी थी !!
6. हर रात जान बूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला...
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले....
7. उसे लगता हे उसकी चालाकियाँ मुझे समझ नही आती..
मैं बड़ी खामोशी से देखता हूँ उसे अपनी नज़रों से गिरते हुए !!
8. देखने को तो बङी खामोश सी रहती हैं तेरी यादें इस दिल में मगर,
सच ये है तबाही मचा रखी है, चुपचाप इस ज़िन्दगी में..!
9. बाप के कंधो पे जो बेटी बोझ है
आप कहिये जमाने की ये कैसी सोच है
10. टूट कर बिखर जाता है मेरा नाजुक सा दिल..
जब कोई पूछ लेता है, क्या तुने भी प्यार किया है किसी से... ?
Comments
Post a Comment