आखिर देश तो हमारा है

पिछले दिनों JNU में मुंह पर कपडा बांध कर कश्मीर की आजादी और देश विरोधी नारे लगाने वाले कौन लोग थे ❓

इनको आज तक क्यों नहीं पकड़ा जा सका ❓

क्यों इस पर चर्चा नहीं हो रही है ❓
क्यों इसे भुलाने का प्रयास किया जा रहा है ❓

कहीं ऐसा तो नहीं कि स्वयंभू राष्ट्र भक्तों ने ही रोहित_वेमुला का मामला, और स्मृति की बर्खास्तगी को जनता के जेहन से गायब करने के लिए मुँह पर कपडा बांध कर.........❓

लोग भुलावाते जा रहे और हम भूलते जा रहे हैं,

जब तक रोहित_वेमुला को न्याय न मिल जाये,

जब तक दोषियों को बर्खास्त नहीं किया जाता,

और जब तक देश विरोधी नारे लगाने वालों का पर्दाफाश नहीं हो जाता है,
तब तक इन मामलों को जिन्दा रखना प्रत्येक देशवासी का फर्ज बनता है,

कम-से-कम हम लोग तो रोहित वेमुला की कुर्बानी बेकार न जाने दें,

जगह-जगह ये उपरोक्त सवाल खडे करते रहें,

Comments

Popular posts from this blog

ना हिंदू बुरा है ना मुसलमान बुरा है जिसका किरदार बुरा है वो इन्सान बुरा है. .

क्या वाल्मीकि जी मेहतर/भंगी थे?

हर चमार महापंडित है सूर्यवंशी हैं